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नमस्कार आदाब, मैं सचिनदेव अपने फुल्ली फालतू समाचार चेनल S D चेनल पर आप सभी का एक बार फिर से स्वागत करता हूँ, इस ब्रेकिंग न्यूज़ के साथ जो की पहले से ही जगह – जगह से ब्रेक हो चुकी है की जागरण जंक्सन पर कौन बनेगा Valentine किंग और Queen प्रतियोगिता प्रारंभ हो चुकी है जिसमे की सिर्फ फ्री टू एयर ब्लोगर्स ही हिस्सा ले सकते हैं, इस प्रतियोगिता की एक खास बात यह है की इसमें दो अलग- अलग केटेगरी रखीं गईं हैं – Queen और King मतलब लेडी और लेडा को अलग – अलग ताज पहनाया जायेगा, जिसका एक फायदा ये होगा की ब्लोगर्स और ब्लोगार्नियों के आपसी रिश्तों पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा, पिछली प्रतियोगिता की तरह जहाँ इडली और डोसों को एक साथ मिलाकर सांभर बना दिया गया था ! खैर प्रतियोगिता अपने पूरे शबाब पर है, प्रतियोगिता मैं काफी हर्षौल्लास दिखाई दे रहा है, प्यार के विषय पर सारे के सारे ब्लोगर्स अपने तरकश मैं मौजूद सारे बाण चलाने को आतुर दिखाई दे रहे हैं ! कुल मिलकर माहौल काफी खुशनुमा और जोशीला हो गया है !
इसी माहौल का फायदा उठाते हुए हमारे चेनल ने आज अपने स्टूडियो मैं दो ख़ास कवियों को बुलाया है जो की आज velentine day पर अपने – अपने विचार कविता के रूप मैं हमारे दर्शकों के सामने रखेंगे ! हालांकि दोनों ही कवियों की विचारधारा अलग – अलग है प्रेम के बारे मैं और अपनी इन्ही विचारधाराओं का आमने – सामने मुकाबला करने जो कवि आ रहे हैं उनमे से पहले कवि श्री प्रेमी धुरंधर जी जो की प्रेम रस के आधुनिक कवियों मैं श्रेष्ठ कवि माने जाते हैं और अपनी रचनाओं के माध्यम से प्रेम के कई प्रकार के आचार और मुरब्बे दर्शकों के सामने परोस चुके हैं, तो तालियों से उनका स्वागत कीजिये श्री प्रेमी धुरंधर जी का ! और उनका मुकाबला करने आ रहे हैं जी हाँ आपके ही जागरण जंक्सन के सबसे कबाड़ कवि श्री आलराउंडर जी प्लीस उनका स्वागत कीजिये ————- के साथ !
धुरंधर जी, आलराउंडर जी आप दोनों कवियों का हमारे स्टूडियो मैं स्वागत है हमारे इस विशेष कार्यक्रम velentine day कौन बनेगा King / Queen प्रतियोगिता पर प्रेम के बारे मैं अपने रचनाओं का मुकाबला मैं ! तो आप दोनों तैयार हैं ?
प्रेमी धुरंधर – जी हाँ, बिलकुल तैयार हैं, इस Velentine पर हमने प्रेम के विषय मैं ऐसी रचनाएँ लिखीं हैं, जिन्हें सुनकर दर्शक सारे काम छोड़ कर सिर्फ प्यार ही प्यार करेंगे !
आलराउंडर – हाँ जी हम भी तैयार हैं इनके बेकार के प्यार की ऐसी की तैसी करने के लिए !
तो शुरुआत करते हैं प्रेमी धुरंधर जी की रचनाओं से और उसका जवाव देंगे आलराउंडर जी, चलिए प्रेमी धुरंधर जी अपने अचार मतलब अपनी रचनाओं का पिटारा खोलिए और अपने श्री मुख से कुछ बोलिए –
प्रेमी धुरंधर –
अर्ज किया है ……….
प्रेम दिल के सीप मैं रखा एक अनमोल मोती है
प्रेम आँखों मैं बसी एक अनमोल ज्योति है
और प्रेम जिन आँखों मैं बस जाए,
वे सोते – सोते जागें और जागे – जागे सोती हैं
वाह वाह ……… वाह वाह ……
आलराउंडर –
अबे क्या ख़ाक वाह वाह ……… वाह वाह ……
ले तेरे इस अर्ज पर हमने भी अपना दर्ज किया है ….
वे ही प्रेमी जागे से लगते हैं जो पिटने के बाद रात भर रोते हैं
और सुबह महबूब से जल्दी मिलने के चक्कर मैं आँखें भी न धोते हैं
फिर भी आँखें जागी सी लागें तो भैय्या ये मोतियाबिंद के आसार होते हैं
वाह वाह ……… वाह वाह ……
प्रेमी धुरंधर –
फिर से अर्ज किया है …………..
कि प्यार मैं दिन लगते हैं छोटे और लम्बी रातें लगती हैं
तन को छूती हवाएं भी महबूब की सौगातें लगती हैं
पत्तों की हो सरसराहट तो वे महबूब की बातें लगती हैं
वाह वाह ……… वाह वाह ……
आलराउंडर –
अबे क्या ख़ाक वाह वाह ……… वाह वाह ……
ले तेरे इस अर्ज पर हमने फिर दर्ज किया है ….
न ही दिन अच्छे लगते हैं न ही रातें अच्छी लगती हैं
जख्मों पर लगता झंडू बाम माथे पर पट्टी लगती है
पूरा जिस्म तब सूज जाता है जब घूंसे लातें लगती हैं
वाह वाह ……… वाह वाह ……
प्रेमी धुरंधर –
फिर से अर्ज किया है …………..
सारे जीवन को जो जगमगा दे इश्क वो नगीना है
छेड़ दे जो दिलों की सरगम प्रेम ऐसी मधुर वीणा है
कहलाते इश्क मैं वे भी माला माल हैं,
इश्क ने जिनका सबकुछ छीना है !
वाह वाह ……… वाह वाह ……
आलराउंडर –
अबे खामोश ………………… ये ले जवाव ….
मिली न सलमान को जो अब तक इश्क वो कटरीना है
कम्बखत इश्क चीज है ही ऐसी ये इश्क बड़ा कमीना है
पिसवा दी कईयों की चटनी जिसने इश्क वो पुदीना है
वाह वाह ……… वाह वाह ……
प्रेमी धुरंधर –
फिर से अर्ज किया है …………..
बिन बोले ही जो सुन ले दिल की इश्क वो आवाज है
किसी के रोके से न रुके जो दीवानों की ऐ परवाज है
अंजाम की है फिक्र किसे अभी तो इश्क का आगाज है
वाह वाह ……… वाह वाह ……
आलराउंडर –
अबे खामोश फिर वही वाह वाह
इश्क वो भयानक बीमारी है जो बिलकुल लाइलाज है
बिना आवाज किये जो गिरे गंजो के सर पर वो गाज है
जाने कितनों को ले डूबा इश्क वो टाईटैनिक जहाज है
वाह वाह ……… वाह वाह ……
प्रेमी धुरंधर –
अर्ज किया है …………….
जहाँ देखती हैं नज़रे वहां तेरा ही मंजर है,
तू खुदा है मेरा ये दिल तेरा ही मंदिर है….
अमीर वो नहीं जो दौलतों से माला माल है,
जो माला माल है इश्क से वह ही सिकंदर है…
वाह वाह ……… वाह वाह ……
आलराउंडर –
अबे क्या वाह वाह …………
अबे तुझे जैसे तैसे अब तक ये दिल झेल रहा है
और अब तू सरासर हमारी भावनाओं से खेल रहा है
जो मुंह मैं आया वो यहाँ पर ठेल रहा है
और अब हमारे मंच की रचनाएँ हमें ही पेल रहा है
देख लो साथियों ये प्रेमी धुरंधर मंच की रचनाओं को अपनी बनाकर कैसे हमसे मुकाबला कर रहा, जिसकी ये रचना हो वो प्लीस इस धुरंधर पर केस दर्ज करे !
वाह वाह तो दोस्तो ये था हमारे दो कवियों का मुकाबला जिसे समयाभाव के कारण और कुछ अपरिहार्य कारणों की बजह से बिना हार जीत के बीच मैं ही रोकना पड़ रहा है ! कवि श्री प्रेमी धुरंधर जी और कवि श्री आलराउंडर जी आप दोनों का ही बहुत – बहुत धन्यबाद हमारे स्टूडियो मैं आने का ! दोस्तो आपको हमारा ये कवियों का मुकाबला कैसा लगा ये हमें बताइए और देखते रहिये S D समाचार चेनल ! अब मैं आपका साथी सचिन देव आप सभी से विदा लेता हूँ, इस आशा के साथ की हमारी मुलाक़ात होगी ऐसे ही फिर किसी दिलचस्प मुकाबले के साथ ! तब तक के लिए नमस्कार आप मजा लीजिये जे जे पर कौन बनेगा Velentine King / Queen प्रतियोगिता का ! इसमें भाग लेने वाले और इससे भाग लेने वाले मेरे सभी साथियों को मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनायें !
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